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Hypocrisy : Infatuation to Power

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औसत भारतीय का सत्ता मोह                                                                                    - सिद्धार्थ शर्मा                 प्राचीन भारतीय संस्कृति में राजा की सत्ता का बहुत विशेष महत्त्व   नहीं होता था।   वेदों में भी अत्रि ऋषि का ' यतीमहि   स्वराज्ये ' आता है जिससे साफ़ हो जाता है की औसत नागरिक के लिए स्वराज्य श्रेय था , भले ही राजाओं के लिए सत्ता प्रेय रही हो।   शायद इसीलिए विश्व के सबसे पहले ग्राम गणराज्य वैशाली में उत्पन्न हुए जिसमें सत्ता ग्रामवासियों में विकेन्द्रित थी और राजा केवल सांकेतिक होता था। रामचरितमानस में भी ' कोइ   नृप होइ हमै का हानि ', भरत के लिए राम का सहर्ष सिंहासन त्याग देना आदि ये बताती...