Parliament Censure & Team Anna
-------------------मोर-मोर मौसेरे भाई भारतीय संसद ने एकमत से बिना नाम लिए टीम अन्ना के विरुद्ध चेतावनी प्रस्ताव मंजूर किया है | हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में टीम अन्ना ने लोकपाल बिल मामले में सांसदों के आचरण को चोर की दाढी में .... कहा तो श्रोताओं ने ...... तिनका का नारा दिया | हमारे सांसदों को यह नागवार गुजरा कि उनके बीच 150 से अधिक अपराधियों को चोर कहा जाय | प्रश्न है कि मोर को मोर नहीं तो क्या मुर्गा कहा जाय ? यह भी एक चिंतन का विषय है कि 540 संख्या वाले सदन को 150 संख्या वाले सांसद कैसे संचालित कर रहे हैं, वरना जो करीब 400 सांसद बेदाग़ हैं, वे दागियों के पक्ष में कैसे हो गए ? गाय को पूँछ हिलाते हुए तो देखा है पर यहाँ तो पूँछ ही गाय को हिला रही है | संसद के विभिन्न राजनैतिक दल एक दूसरे को चोर उचक्का कहें तो क्षम्य, पर लोक कुछ कहे तो अवमानना, हमारा बच्चा मुन्ना, आपका बच्चा जनसंख्या, यह समझ से परे है | ऐसे चरित्र वाले संसद से हम मजबूत लोकपाल क़ानून की अपेक्षा कैसे कर सकते है जो चार दशकों से तो तंत्र के भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है पर सड़क पर कही